| सरीवर सर… |
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| दूर दूर नभपार डोंगराच्या माथ्यावर |
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| निळे निळे गार गार पावसाचे घरदार |
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| सरीवर सर.. |
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| तडा तडा गार गारा गरा गरा फ़िरे वारा |
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| मेघियाच्या ओंजळीत वीज थिजलेला पारा |
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| दूरवर रानभर नाचणारा निळा मोर |
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| मोरपीस मखमल उतू गेले मनभर |
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| सरीवर सर.. |
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| थेंब थेंब मोती ओला थरारत्या तनावर |
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| शहार्याचे रान आले एका एका पानावर |
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| ओल्या ओल्या मातीतून भिजवेडी मेघधून |
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| फ़िटताना नवे ऊन झाले पुन्हा नवथर |
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| सरीवर सर.. |
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| उधळत गात गात पाय पुन्हा परसात |
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| माती मऊ काळी साय हूर हूर पावलात |
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| असे नभ झरताना घरदार भरताना |
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| आले जल गेले जल झाले जल आरपार |
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| सरीवर सर.. |
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| अशा पावसात सये व्हावे तुझे येणेजाणे |
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| उमलते ओले रान रान नव्हे मन तुझे |
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| जशी ओली हूर हूर तरारते रानभर |
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| तसे नाव तरारावे मझे तुझ्या मनभर |